report gaurav Bajpai
सोमवार की दोपहर गणेशगंज स्थित कैम्प कार्यालय पर गंगा नदी में प्रवाहित हो रहे शवो को रोकने के लिये गठित समिति के सदस्यों एवं अधिकारियों के साथ बैठक बुलायी गयी।बता दे कई जिलों में कोरोना संक्रमण के डर से शवो को रीति-रिवाज से दाह संस्कार और दफन ना कर गंगा नदी में प्रवाहित करने के प्रकरण सामने आ रही थी।
कई जिलों में शव गंगा नदी में उतराए दिखे ।जिसे सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लेते हुये सूबे के सभी जिलो के उच्च अधिकारियों को इसे रोकने का आदेश दिया है।इसी क्रम में पालिकाध्यक्ष मनोज जायसवाल की अध्यक्षता में पालिका क्षेत्र के गंगा के किनारे पड़ने वाले वार्डो के सभासदो एवं अधिकारियों को समिति मे शामिल किया गया है।
जो शवो को गंगा में प्रवाहित करने से रोकने का कार्य करेंगे।इस मौके पर नपाध्यक्ष ने कहा कि किसी भी दशा में शवो को गंगा में ना प्रवाहित ना करे, पालिका प्रशासन उन सभी गरीब परिवारों के लिये आर्थिक मदद करेगी जो पैसों के अभाव में शवो को दफना या अंतिम संस्कार नही कर पा रहे है ।
ऐसे उन सभी गरीब तबके के परिवार वालो को अधिकतम पांच हजार रुपये तक का खर्च उठायेगी।जिसके लिये संबंधित परिवार के सदस्यों को समिति के सदस्यों, अधिकारियों या मुझे प्रत्यक्ष रूप से किसी भी माध्यम से सूचना देनी पड़ेगी।पालिकाध्यक्ष ने उन सभी से गंगा नदी में शव ना प्रवाहित करने की अपील की साथ ही समिति के सदस्यों और अधिकारियों को इसके रोकने के लिये सक्रिय रहने का निर्देश भी दिया है।
इस मौके पर सभासद माला देवी,विजय कुमार यादव,घटा त्रिपाठी, मकबूल आलम,जाहिद अख्तर,ममता यादव,अशोक यादव,मीना यादव,दुर्गा प्रसाद यादव,ताबीर शौक़त, मोहम्मद जावेद,अधिशासी अधिकारी ओमप्रकाश,सुधीर वर्मा,बालगोविंद अग्रवाल, सुनील मौर्या,मनोज सोनकर, अंजली यादव,मनोज सेठ,पंकज श्रीवास्तव, मधुसूदन सिंह एवं अन्य मौजूद रहे।