” गणतंत्र दिवस के अवसर पर सेठ एमआर जयपुरिया कुर्सी रोड कैंपस द्वारा मेरी सांस मेरा हक अभियान
“संयुक्त संचार अनुभव का संबद्ध जीवन। यह अनिवार्य रूप से साथी पुरुषों के प्रति सम्मान और श्रद्धा का एक दृष्टिकोण है।” — बी.आर. अम्बेडकर
आदरणीय प्रधानाचार्या श्रीमती हरप्रीत रेखी के कुशल मार्गदर्शन में सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल, कुर्सी रोड कैंपस, लखनऊ में 74वां गणतंत्र दिवस बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया गया।
“एक विचारशील दिमाग, जब वह किसी राष्ट्र के ध्वज को देखता है, तो ध्वज को नहीं, बल्कि स्वयं राष्ट्र को देखता है।”
समारोह की शुरुआत आदरणीय अध्यक्ष श्री एस.एन. गोयल द्वारा सम्मानित निदेशकों श्री राकेश गोयल और श्री सचिन गोयल के साथ तिरंगा फहराने के साथ हुई। छात्रों, कर्मचारियों और प्रबंधन के सदस्यों के साथ, राष्ट्रगान की धुन में खुद को डुबो कर एकता की भावना को महिमामंडित करने और मनाने में गर्व महसूस कर रहे थे।
इसके बाद छात्रों ने कर्मचारियों और प्रबंधन के सदस्यों के साथ मानस सिटी वेलफेयर सोसाइटी में गणतंत्र दिवस मनाया, जहां समाज के गणमान्य व्यक्तियों और देशभक्त निवासियों द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। कुर्सी रोड कैंपस द्वारा की गई पहल सामुदायिक जागरूकता अभियान ‘मेरी सांस मेरा हक’ के माध्यम से पृथ्वी को बचाने के लिए हाथ मिलाना था।
जयपुरिया कारपोरेट कार्यालय से श्री गौतम पाण्डेय (एजीएम संचालन) एवं सुश्री वंदना सिंह, मानस सिटी रेजिडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री एमबी सिंह राजावत, उपाध्यक्ष श्री सर्वेश सचान, सचिव श्री सुनील गुप्ता, कोषाध्यक्ष श्री आशुतोष तिवारी, संरक्षक- श्री पी.के. सिंह, श्री. कौशलेश कुमार और श्री रोहित गुप्ता ने अपनी उपस्थिति से इस अवसर को आशीर्वाद दिया।
“लोकतंत्र पतले कागज से मोटी कार्रवाई में बदल गया है, यह पृथ्वी पर सरकार का सबसे बड़ा रूप है।” आदरणीय प्रधानाध्यापिका श्रीमती हरप्रीत रेखी ने अपने विनम्र शब्दों से उपस्थित लोगों को देश के कर्तव्यपरायण नागरिकों के रूप में हमारे लोकतंत्र की रक्षा करने और इसके भविष्य को रोशन करने में योगदान देने के बारे में अवगत कराया। उन्होंने उन अभूतपूर्व चुनौतियों के बारे में भी बात की, जिनका दुनिया सामना कर रही है, जैसे कि कोविड-19 के बाद के प्रभाव, वैश्विक संघर्ष, एक आसन्न जलवायु संकट और आर्थिक अनिश्चितता।
जूनियर वर्ग के प्रतिभावान छात्रों ने विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए एक स्किट ‘मेरी सांस मेरा हक’ का मंचन किया और दर्शकों को ‘रिड्यूस-रीयूज-रीसायकल’ के मंत्र से अवगत कराया। छात्रों और मेहमानों के साथ-साथ दर्शकों ने पर्यावरण के कारण को चैंपियन बनाने के लिए एक विशाल मानव श्रृंखला बनाई। पर्यावरण की रक्षा के लिए स्कूल के प्रयासों की सभी ने प्रशंसा की। इस कार्यक्रम का समन्वयन स्कूल की प्रधानाध्यापिका श्रीमती संचिता श्रीवास्तव ने किया। “सबसे बड़ी देशभक्ति जो आप कर सकते हैं वह है पर्यावरण का ख्याल रखना और स्थायी रूप से जीना।”