ब्यूरो चीफ -गौरव बाजपेयी
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के निर्देशानुसार लखनऊ पुलिस हर एक क्राइम के मामले को गंभीरता से लेती है। और उसी गंभीरता के साथ कम समय में उस घटना का अनावरण भी करती है। ऐसा ही एक चैलेंज लखनऊ पुलिस को तब आया। जब मड़ियांव थाना क्षेत्र अंतर्गत काकोली गांव में सड़क के पास सुनसान इलाके में एक अज्ञात युवक का शव मिला था। पुलिस कैसे घटना का खुलासा करती राजफास करती इसको लेकर कोई भी ठोस सुबूत नहीं थे। घटना को अंजाम देने वाले हत्यारोपी बड़ी ही चतुराई से घटना को अंजाम देकर रफूचक्कर हो गए थे। लेकिन शायद इन हत्यारोपियों को यह पता नहीं था। की कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं। और फिर क्या था पुलिस ने इस मामले में दिन रात एक कर हत्यारोपी को गिरफ्तार कर साबित भी कर दिया।
बताया जा रहा है कि गिरफ्त में आए दोनों अभियुक्तों से मृतक का पहले झगड़े का मामला चल रहा था। वहीं दूसरी ओर कुछ नाजायज संबंधों को लेकर के भी संभावनाएं जताई जा रही हैंl
पुलिस के द्वारा इस घटना को खोलने में डीसीपी नॉर्थ देवेश कुमार पांडे, एडीसीपी प्राची सिंह, एसीपी अखिलेश कुमार सिंह, थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह के द्वारा गठित क्राइम टीम और चौकी प्रभारी चंद्रकांत यादव सहयोगी प्रमोद कुमार की मुख्य भूमिका रही।
पुलिस ने हत्यारोपी मनीष राठौर और सौरभ के पास से घटना में प्रयुक्त तमंचे और स्कूटी बरामद की है।