बाबा दादी ने एक दूसरे को रंग लगाकर मनाई होली

हरदोई।
मानव सेवा ही परमात्मा की सच्ची सेवा है ।समाज में परिस्थितियों वश आश्रय हीन हो चुके जीवन के अंतिम पड़ाव पर वृद्धाश्रम अल्लीपुर में रह रहे बुजुर्गों को पारिवारिक वातावरण में सुखमय में जीवन व्यतीत करते देखने का आनंद को अवर्णनीय है ।

वृद्धाश्रम की सभी व्यवस्थाएं उत्तम कोटि की है तथा संस्था के सभी कार्यकर्ताओं का व्यवहार अनायास ही मन को छू लेता है ।यह मेरे जीवन काल की सर्वाधिक अच्छी होली है क्योंकि अपनों के साथ तो सभी होली पर्व मनाते हैं पर इस होली में वृद्धाश्रम के बुजुर्गों का अपनों सा निश्चल प्रेम मिलना होली की सही सार्थकताा है। उक्त विचार श्रीमती शालिनी दुबे निदेशक केंद्र लोक कल्याण समिति की ने व्यक्त किए श्रीमती दुबे ने होली के अवसर पर आश्रम में रहने वाले सभी बुजुर्गों को वस्त्र व मिष्ठान वितरित किए ।

वृद्ध आश्रम में रहने वाले सूबेदार बाबा ने बताया विगत 10 वर्षों से अंधे का जीवन जी रहे थे अंधेपन के कारण अपनों ने भी ठुकरा दिया।इस संस्था में मेरी आंखों के ऑपरेशन व इलाज कराया आज मैं 10 सालों के बाद काले रंग से निकलकर होली के रंगों को देखने के लायक हुआ।मेरे लिए आश्रम ईश्वर का वरदान ही है ।

इस साल संस्था ने हम जैसे अनेकों लोगों की आंखों का सफल इलाज कराकर उनके जीवन को रंगों से भर दिया है तथा आश्रम में रहने वाले उजागर बाबा ने कहा सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान के ठप्रबंधक डॉ सुशील चंद्र त्रिवेदी”मधुपेश” ने बुजुर्गों के लिए यह वृद्धाश्रम खोल कर घर से भी अच्छे से व्यवस्था देकर हमारे लिये हर दिन होली जैसा ही कर दिया है।

वृद्धाश्रम निवासी पनकोरा दादी ने कहा इस आश्रम के कारण ही हम इस होली को देख पा रहे हैं।निराशपूर्ण हो चुके हमारे जीवन को इस वृद्ध आश्रम ने वास्तव में हम सब के जीवन में प्यार और दुलार के रंगों को घोलकर रंगीन कर दिया है ।

आश्रम में रहने वाले बुजुर्गों को होली के अवसर पर गाए जाने वाले गीत लोक गीतों का भावपूर्ण प्रस्तुति की आश्रम में रहने वाले सभी बाबा दादी ने एक-दूसरे को रंग लगा रंग गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी आश्रम प्रबंधक पारुल गुप्ता ने कार्यक्रम का संचालन किया सभी 112 वृद्धाश्रम संवासी तथा समस्त कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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